उत्तर प्रदेश में त्यागी व् भूमिहारों की महत्वपूर्ण भूमिका है- अशोक बालियान
आज हमने ग्राम नावला में विनीत त्यागी के आवास पर कुछ महत्वपूर्ण लोगो से वार्ता की।इस अवसर पर पीजेंट के चेयरमैन ने कहा कि उत्तरप्रदेश में पूर्वांचल में प्रयागराज से बस्ती और पश्चिमांचल में बागपत से गौतमबुद्ध नगर तक भूमिहार वोट खासी तादाद में हैं। आजादी के आंदोलन में भूमिहारों का त्याग-बलिदान गौर करने वाला है। बलिया तब गाजीपुर के साथ जुड़ा था और अंग्रेजों के खिलाफ बिगुल बजाने में भूमिहार बिरादरी आगे थी। हापुड़ के चौधरी रघुवीर सिंह त्यागी जिन्होंने अंग्रेजो के खिलाफ मोर्चा बुलन्द किया, उन्हें भला इतिहास कैसे भूल सकता है? भूमिहारों में सरनेम का अपना अलग ही इतिहास है। हालांकि, त्यागी समाज के लोग अपने नाम के आगे त्यागी ही लगाते हैं। देश में लोकसभा चुनाव व् विधान सभा में भूमिहारों की बड़ी तादाद ने नरेंद्र मोदी को पसंद किया है। और यह भूमिहार वर्ग भाजपा के पक्ष में वोट करता आया है। उत्तरप्रदेश में बीजेपी से सूर्य प्रताप शाही पथरदेवा(देवरिया, उज्ज्वल रमण सिंह करछना(प्रयागराज), सत्यवीर त्यागी किठौर (मेरठ), अजीत पाल त्यागी मुरादनगर (गाजियाबाद), अवधेश सिंह पिण्डरा (वाराणसी), सुरेन्द्र सिंह रोहनिया (वाराणसी), अलका राय मोहम्दाबाद (गाजीपुर), सुभाष राय जलालपुर (अम्बेडकर नगर), अरविंद कुमार शर्मा एमएलसी (मऊ) अश्विनी त्यागी एमएलसी (मेरठ) मनोज राय जिला (जिला पंचायत अध्यक्ष मऊ) ममता त्यागी (जिला पंचायत अध्यक्ष गाजियाबाद)आदि को राजनीति में भागीदारी मिली।
सुभाष चौधरी ने कहा कि पीएम मोदी के करीबी माने जाने वाले पूर्व नौकरशाह एके शर्मा को योगी मंत्रिमंडल में स्थान मिला, तो जम्मू कश्मीर जैसे राज्य के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा हैं। इसी समाज से प्रकाशवीर शास्त्री (30 दिसम्बर 1923 – 23 नवम्बर 1977) भारतीय संसद के सदस्य तथा आर्यसमाज के बड़े नेता थे। कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के लिए प्रकाश वीर शास्त्री ने भी लंबी लड़ाई लड़ी थी।कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का प्रस्ताव सबसे पहले संसद में भूतपूर्व सांसद प्रकाशवीर शास्त्री लाये थे।
मुज़फ्फरनगर लोकसभा सीट पर करीब 42 प्रतिशत सामान्य श्रेणी के वोटर हैं, जबकि 20 फीसदी मुस्लिम, 12 फीसदी जाट और 18 फीसदी एससी/ एसटी और 8 प्रतिशत अन्य जातियों के वोटर हैं। वर्ष 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने मुजफ्फरनगर मॉड्यूल को अपनाकर वेस्ट की सभी सीटों पर कब्जा जमा लिया था। डॉ संजीव बालियान इस सीट से लगातार दो बार जीत दर्ज करा चुके हैं।
विनीत त्यागी ने कहा कि वर्ष 2024 में एक बार फिर लोकसभा चुनाव होने जा रहे हैं। भूमिहार, त्यागी, ब्राह्मïण समाज की राष्ट्र के निर्माण में अहम भूमिका रहती है, इसलिए यह समाज बीजेपी के साथ जुडा हुआ है, जिससे डॉ संजीव बालियान की राह और अधिक आसान हो जाती है।