*किसानों की मांगों को लेकर मुख्यमंत्री से मिलेंगे राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रमोहन*
मगलवार को हिन्द मजदूर किसान समिति के मजदूर किसानों द्वारा इन्दिरा बाल भवन, नुमाईश ग्राउण्ड के पास बिजनौर में धार्मिक मजदूर और किसानों की एक विशाल बैठक का आयोजन किया गया। इस अवसर पर हिन्द मजूदर किसान समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्रमोहन स्वयं मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारम्भ उन्होंने क्रांतिकारियों के चित्र और किसानों के पहले नेता स्वामी सहजानन्द सरस्वती और किसान नेता भारत रत्न चौधरी चरण सिंह जी के चित्र पर पुष्पाजंलि से किया।
हिन्द मजदूर किसान समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्रमोहन ने अपने सम्बोधन में कहा कि ये बैठक धार्मिक मजदूर और किसानों की बैठक है। जो जाति व्यवस्था को नहीं मानते बल्कि ये मानते हैं कि जब तक किसान जातिरहित एकजुट नहीं होगा तब तक भ्रष्ट राजनीति किसानों का शोषण करती रहेगी। हम किसान हैं चाहे हमारे पास खेती की 1 बीघा जमीन हो हमें भ्रष्ट राजनीति बामण, जाट, गुर्जर, अहीर, सैनी इत्यादि में रखना चाहती है, जिससे हम एक ना हो और मजदूर किसानों का शोषण होता रहे। MSP तो किसानों का मूल अधिकार है। सरकार को MSP तो देनी ही पड़ेगी चाहे आज दे या कल दे। हम सभी धार्मिक मजदूर किसान हैं और हम ऐसे किसी आन्दोलन का हिस्सा नहीं बनेंगे जहां देश के सम्मान के साथ खिलवाड़ होता हो। क्योंकि हमारे लिये देश के सम्मान से बढ़कर और कुछ भी नहीं है। इसीलिये हमारा नारा है “जय मजदूर जय किसान जय जय हिन्दुस्तान”। हिन्दुस्तान की जय हम अपने से ज्यादा मानते हैं।
साथ ही उन्होंने अपने सम्बोधन में आगे कहा कि यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ का हम हृदय से आभार प्रकट करते हैं और ये मानते हैं कि उन्होंने उत्तर प्रदेश को एक उत्तम प्रदेश बनाया है। जैसे कि हमारे प्रदेश की जनता गुंडाराज से त्रस्त थी। आपने प्रदेशवासियों को गुंडामुक्त माहौल दिया, आप हमें 22 घंटे बिजली दे रहे हैं, ट्यूबवैल के बिल माफ किये हैं, गरीब जनता के लिये राशन कार्ड में आप भरपूर अनाज की व्यवस्था कर रहे हैं। आप गांव, गरीब, मजदूर और किसान के सच्चे हितैशी हैं। इसीलिये आप हमारे प्रातः स्मरणीय हैं। हम और हिन्द मजदूर किसान समिति के हजारों किसान आपके कार्यों के प्रशंसक हैं। उन्होंने कहां कि हम आपका ध्यान किसानों की कुछ समस्याओं की ओर इंगित करना चाहते हैं जिनके कारण आज किसान परेशान हैं व जिसका समाधान किसानों की निम्न मांगों से किया जा सकता है।
आपसे करबद्ध निवेदन है कि इन मांगों पर विचार करें –
1. पढ़ाई, दवाई एक समान व फ्री हो।
2. आवारा पशुओं की बढ़ती जनसंख्या से किसान की फसल बर्बाद हो रही है। अतः इस समस्या का स्थायी समाधान हो।
3. छोटे किसानों को (लगभग 25 बीघे तक के) फसल का मूल्य ज्यादा मिले।
4. घर के बिजली का बिल आधा माफ हो।
5. सभी किसानों को आपदा मुआवजा मिले।
6. खादर के गांवों में बाढ़ से फसल की सुरक्षा की व्यवस्था हो। (बंदा या पुश्तों इत्यादि का निर्माण हो इत्यादि)
इस अवसर पर बिजनौर क्षेत्र के हजारों मजदूर किसान उपस्थित रहे।
इस अवसर पर मनोज, सचिन, राजेश, हंसराम, पंकज, रविन्द्र, जयपाल इत्यादि का सहयोग रहा।