उत्तर प्रदेश में योगी सरकार द्वारा अपराधियों के दमन करने पर समाजवादी पार्टी की आपत्ति से अपराधियों को ताकत मिलती है- अशोक बालियान

उत्तर प्रदेश में योगी सरकार द्वारा अपराधियों के दमन करने पर समाजवादी पार्टी की आपत्ति से अपराधियों को ताकत मिलती है- अशोक बालियान
जब अपराध की दुनिया में वर्चस्व कायम करने वाले किसी चेहरे में ही समाज का कोई हिस्सा अपना गौरव तलाशने लगे तो यह किस तरह के भविष्य का संकेत है! इस तरह का विवेकहीन समर्थन कब ‘आस्था’ में तब्दील हो जाता है, कहा नहीं नहीं जा सकता।
इससे बड़ी विडंबना और क्या होगी कि कोई शख्स जितना बड़ा अपराधी होता है, कई बार वह अपनी जाति के लोगों के बीच उतना ही लोकप्रिय हो जाता है। लेकिन इस तरह का समर्थन और संरक्षण अंतत: समाज को भी खतरनाक मोड़ की तरफ ले जाता है, जबकि अपराध के खात्मे को किसी भी जाति या धर्म से जोडकर नहीं देखा जाना चाहिये।
वर्ष 2016 में उत्तरप्रदेश में अखिलेश यादव की सरकार के समय जनपद मुज़फ्फरनगर के थाना मंसूरपुर पुलिस के साथ मुठभेड़ में तीन अपराधियों की मौत हो गई थी। उन अपराधियों का सम्बन्ध जाट समुदाय से था। इस पुलिस मुठभेड़ के विरोध में जाट समाज के कुछ लोगो ने एक माहपंचायत की घोषणा कर दी थी।
पीजेंट वेलफेयर एसोसिएशन, चेयरमैन अशोक बालियान अपराधियों के पक्ष में होने वाली जाट समुदाय की महापंचायत के विरुद्ध थे।इसके बाद जाट समुदाय की पंचायत होने या न होने के विषय में एक बैठक हुई और आखिर में पीजेंट वेलफेयर एसोसिएशन, चेयरमैन अशोक बालियान के तर्क-वितर्क के बाद तय हुआ था कि अपराधियों के पक्ष में समाज की माहपंचायत का कोई ओचित्य नही है।यह समाज को एक सही दिशा में लेजाने का एक उचित फैसला था।
समाजवादी पार्टी को एक लाख के इनामी कुख्यात अपराधी मंगेश यादव के बारे में यह जानने की कोशिश करनी चाहिए थी कि मंगेश यादव एक कुख्यात अपराधी था और इस तरह के अपराधी का दमन होना चाहिए।
अमेरिका के क्रिमिनोलॉजिस्ट, रिचर्ड क्विनी के अनुसार अपराधियों का दमन सभ्य समाज के लिए जरुरी है। कुख्यात अपराधी अपराध करने के बाद भी निर्भीक और स्वच्छंद घूमते रहते हैं। और जो लोग उनके अपराधों से पीड़ित होते हैं, वे डरे-सहमे रहते हैं।
उत्तरप्रदेश में योगी सरकार द्वारा अपराधियों के दमन करने पर समाजवादी पार्टी की आपत्ति से अपराधियों को ताकत मिलती है। इसलिए समाजवादी पार्टी पर अपराधियों को संरक्षण देने के आरोप लगते रहते है, जो इस तरह के अपराधी के पक्ष में बयान देने से वास्तविक हो जाते है।

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