कांवड़ियों ने छीना परिवार का सहारा , पीट पीट कर किया था अधमरा 6 दिन बाद मौत से मचा कोहराम

कांवड़ियों ने छीना परिवार का सहारा , पीट पीट कर किया था अधमरा 6 दिन बाद मौत से मचा कोहराम

कावड़ यात्रा के दौरान इस साल हरिद्वार से लेकर दिल्ली तक कावड़ियों के द्वारा जमकर हुड़दंग मचाने और लोगो के साथ मारपीट करने के अनेक मामले सामने आ रहे है । मुजफ्फरनगर में रामपुर तिराहे पर पिछले दिनों कावड़ियों के द्वारा गाड़ी तोड़ी गई जिसके बाद हाईवे पर कई स्थानों पर लोगों के साथ जमकर मारपीट की गई । इसी कड़ी में थाना रतनपुरी कोतवाली क्षेत्र के गांव रायपुर नंगली निवासी एक युवक मोहित पुत्र को कावड़ियों ने केवल इस लिए पीट पीट कर अधमरा कर दिया कि उसकी ई रिक्शा किसी कावड़िये से मामूली रूप से टकरा गयी थी । मगर उस गरीब को नही पता था कि खंडित हुई कावड़ अब उसके खून से ही पवित्र हो सकती है । अभागे मोहित मे अपनी जान बचाने के लिए भागने का प्रयास किया तो किस्मत ने उसका साथ छोड़ दिया और उसकी ई रिक्शा पलट गयी जिससे उसे चोट भी आई मगर मौत अभी भी उसके आगे मुँह बाये खड़ी थी उसे नही मालूम था कि भगवान शंकर का रूप वाले कावड़िये आग बाबूला होकर उस गरीब पर टूट पड़ेंगे … जल्लाद बने कांवड़ियों ने ई-रिक्शा चालक को लात घूस्सो और लाठी डंडों से तब तक मारा कि जब तक वह अधमरा होकर जमीन पर गिर गया पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मोहित को कावड़ियों के चंगुल से छुड़ाकर हॉस्पिटल भिजवाया मगर 22 जोलाई को हुई घटना से मोहित अपने आप को संभाल नही पाया और 6 दिन बाद उसकी मौत हो गयी । मुफलिसी के चलते गरीब परिवार ने मोहित का पोस्टमार्टम भी नहीं कराया क्योंकि इस परिवार से दो मौत दुर्घटना में पहले ही हो चुकी है और उसमें इन्हें कोई मुआवजा तक भी नहीं मिला क्योंकि पिछले दिनों मोहित की मां और भतीजे की सड़क दुर्घटना में मौत हुई और लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी मोहित का परिवार मुकदमा भी हार गया । इसी वजह से परिवार ने बगैर पोस्टमार्टम कराए मोहित का अंतिम संस्कार कर दिया लेकिन मोहित की मौत के बाद सोशल मीडिया पर यह घटना वायरल होने लगी । जिसके बाद पुलिस ने एक प्रेस नोट जारी कर इस घटना का खंडन करते हुए लिखा कि सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर एक खबर प्रसारित की जा रही है जिसमें जनपद मुजफ्फरनगर में 06 दिवस पहले ई रिक्शा चालक को साइड लगने के कारण कांवडियों ने पीटा था जिससे ई-रिक्शा चालक की मृत्यु हो गयी।
मुजफ्फरनगर पुलिस यह स्पष्ट करती है कि उपरोक्त कथन पूर्णतः असत्य व निराधार है। दिनांक 23.07.2024 को ई-रिक्शा चालक मोहित की ई-रिक्शा कांवडियों से टकरा गयी थी, मोहित द्वारा ई-रिक्शा को मौके से भगाने का प्रयास किया गया जिसपर ई-रिक्शा अंसुतलित होकर गिर गयी। कांवडियों द्वारा ई-रिक्शा चालक के साथ मारपीट की गयी, इसी दौरान थाना खतौली पुलिस मौके पर पहुंच गयी तथा दोनों पक्षों को समझाते हुए विवाद को समाप्त कराया। ई-रिक्शा चालक मोहित को इस दौरान मामूली चोटें आयी थी, अस्पताल से प्राथमिक उपचार लेने के बाद वह घर चले गये थे। दिनांक 28.07.2024 की रात्रि को मोहित के सीने में तेज दर्द हुआ, परिजन द्वारा उपचार हेतु अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर द्वारा मोहित को मृत घोषित कर दिया गया। परिजनों द्वारा यह बताया गया कि मोहित की मृत्यु पूर्व से चल रही बीमारी के कारण हुई है, किसी प्रकार की कोई कानूनी कार्यवाही की आवश्यकता नहीं है।
मोहित की मां की सड़क दुर्घटना में पहले ही मौत हो चुकी है और पिता अपंग है घर में कमाने वाला मोहित ही था जिसकी मौत के बाद परिवार सदमे में है मगर अब परिवार केवल यही कह रहा है कि
कांवड़ियों को मोहित के साथ इतनी मारपीट नहीं करनी चाहिए थी कि उसकी मौत हो जाए मोहित बीमार नहीं था लेकिन पुलिस ने उसकी मौत को बीमारी के चलते बता दिया। इस कावड़ यात्रा में केवल मोहित ही कांवड़ियों के गुस्से का शिकार नहीं हुआ बल्कि ऐसे सैकड़ो लोग कांवड़ियों के गुस्से का शिकार हुए हैं अब देखना होगा कि इस परिवार को कैसे इंसाफ मिलेगा

 

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