मुज़फ़्फ़रनगर लोकसभा में किसका पलड़ा भारी, इस बार विजेता कौन ? भाग 4 -अशोक बालियान 

मुज़फ़्फ़रनगर लोकसभा में किसका पलड़ा भारी, इस बार विजेता कौन ? भाग 4 -अशोक बालियान 
किसान नेता अशोक बालियान ने लिखा कि उन्होंने अपने साथी सुभाष चौधरी, डॉ राजमोहन व् देशबन्धु सैनी के साथ जनपद मुज़फ्फरनगर की लोकसभा सीट पर मतदाताओं से राष्ट्रवाद के नाम पर वोट देने की सम्भावनाओं पर चर्चा की है। जनपद मुज़फ्फरनगर का शुक्रताल धार्मिक व ऐतिहासिक स्थान है,जहाँ पौराणिक एवं धार्मिक कथाओं के अनुसार महाभारत के काल में हस्तिनापुर के तत्कालीन पांडव वंशज राजा परीक्षित (अर्जुन के पौत्र व् अभिमन्यु के पुत्र) को सुखदेव जी महाराज ने बरगद के पेड़ के नीचे बैठ कर भागवद कथा सुनाई थी।
सन 1788 में मुज़फ्फरनगर क्षेत्र मराठा साम्राज्य का उत्तरी जिला बन गया था। सन 1803 में जनपद सहारनपुर के अंतर्गत आने वाला यह क्षेत्र मराठा साम्राज्य से ईस्ट इंडिया कंपनी के आधीन आ गया था। सन 1826 में मुजफ्फरनगर को ईस्ट इंडिया कंपनी शासन ने एक राजस्व जिला बना दिया था।
लोकसभा चुनाव 2024 में विपक्षी पार्टियों (India गठबंधन) के लोग चुनाव जीतने के लिए अनेक प्रकार के कुचक्र रचकर समाज के लोगों को बरगलाने का कार्य कर रहे है,लेकिन इन समाज के लोग इनसे भ्रमित नहीं होंगे, क्योंकि वे राष्ट्रवाद की विचारधारा के साथ बीजेपी से जुड़े हुए है। जनपद मुज़फ्फरनगर में सभी समाज गतिशील है और गतिशील समाज चिंतनशील होते है।
हमें इन समाज के प्रबुद्ध मतदाताओं ने बताया कि भाजपा हमेशा जाति-पाति से ऊपर उठकर विकास और जनकल्याण के मुद्दों पर चुनाव लड़ती है।जो लोग विपक्ष के साथ मिलकर व अपने स्वार्थ में अपने समाज के लोगों को भ्रमित कर रहे है, वे अपने ही समाज का नुक़सान कर रहे है।
भारतीय समाज या हिन्दू समाज में फूट डालने का प्रचलन सदियों से रहा है। हिंदुओ को विभाजित रखने के उद्देश्य से ब्रिटिश राज में हिंदुओ को तकरीबन 2,378 जातियों में विभाजित किया गया था। यदि वर्ष 2014 में ये सब हिंदू विभाजित हो जाते, तो न तो योगी आदित्य नाथ उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री बन पाते और न ही मोदी देश के प्रधानमन्त्री बन पाते।
समाज में किसी पार्टी के विरुद्ध लोगों की टिप्पणियां, बहस या गुस्सा उनकी अधूरी जानकारी पर आधारित होता है, जबकि उस दल में उनका मजबूत प्रतिनिधित्व होता है। कुछ लोग अपने निजी स्वार्थ में जातिवाद की राजनीति करना चाहते हैं, इसलिए वह जातिवाद को बढ़ावा देकर समाज में दीवार खड़ी करने का प्रयास करते हैं। इसी साजिश के तहत कुछ राजनीतिक और सामाजिक संगठन मीटिंग भी करते रहते है। देश व विचारधारा के सामने निजी मुद्दे हमेशा गौण होने चाहिए और निजी मुद्दों को लेकर देश व विचारधारा को नुकसान नहीं करना चाहिए।
इन प्रबुद्ध मतदाताओं ने हमें बताया कि देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ हर वर्ग और हर क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक कार्य कर रहे हैं। इसलिए ऐसे दुष्प्रचार कर गुमराह करने वाले लोगों से समाज को सचेत रहने की जरूरत है।
भारतीय जनता पार्टी केंद्र में नरेंद्र मोदी के आने के समय से मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट केन्द्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान के खाते में है। पिछले दोनों लोकसभा चुनावों में यहाँ के हिन्दू मतदाताओं ने सभी प्रकार के जातिगत भेद को भुलाकर बीजेपी को वोट किया था। जहाँ देश में बीजेपी को पीएम मोदी चेहरे पर हर राज्य में वोट मिलते हैं, वहीँ उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी के चेहरे पर भी बीजेपी को वोट मिलते है। क्योकि खुद पीएम मोदी भी मानते है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने उत्तरप्रदेश में अपराध व अपराधियों को समाप्त करने का कार्य किया है। जबकि उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तुष्टीकरण की राजनीति के कारण माफिया सरगना जिस पर साठ से अधिक मुकदमे थे, की मृत्यु पर उनको महामंडित करते है।
केंद्र की मोदी सरकार ने कश्मीर से 370 हटाकर राष्ट्रवाद की नींव पर अपनी लोकप्रियता की इमारत और बुलंद की है और इसके साथ ही बीजेपी का फोकस सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों पर भी है। बीजेपी ने जाति-वर्ग से ऊपर उठकर लाभार्थियों का एक नया वोटर वर्ग तैयार किया है, जिनमें सबसे बड़ा रोल फ्री राशन योजना, आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री किसान सम्मान, प्रधानमंत्री फसल बीमा जैसी योजनाओं का है। उज्ज्वला (मुफ्त रसोई गैस) और जनधन खाते के साथ ही डीबीटी के लाभार्थियों की भी बड़ी तादाद है।
हमें अनेक पढेलिखे प्रबुद्ध मतदाताओं ने कहा कि कश्मीर में धारा 370 हटने व अयोध्या में राम मंदिर बनने से राष्ट्र निर्माण के पथ पर काम हो रहा है, लेकिन अभी बहुत सारेकाम बाकी है। इसलिए अखंड भारत और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के पुनर्जागरण के लिए बीजेपी को वोट देने व शत-प्रतिशत मतदान जरूरी है।
इस चुनाव में उत्तरप्रदेश भाजपा को मोदी की गारंटी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विकास, सख्त कानून व्यवस्था व् ग्रामीण क्षेत्र में 18 घंटे बिजली मिलने का लाभ मिल रहा है। दोनों नेताओं की लोकप्रियता अपने शिखर पर है और पार्टी यूपी में 80 की 80 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करना चाहती है। बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा प्रदेश में 18 लाख से अधिक पीएम आवास योजना के अल्पसंख्यक लाभार्थियों के दम पर इस लोकसभा चुनाव में जीत का लक्ष्य भेदने के लिए मुस्लिम समाज में जा रहा है।इस आधार पर मुस्लिम समाज भी पहले से अधिक वोट बीजेपी को करने की बात कर रहा है।
हमने अपने इस अभियान में जब मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्यासी व केन्द्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान से बात की तो उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार व् प्रदेश की सरकार ने हर वर्ग का जीवन स्तर सुधारने के लिए कई योजनाएं चलाई हैं, देश का सम्मान पूरी दुनिया में बढ़ा है, विदेश नीति उच्चतम स्थान पर है, दुनिया की पांचवीं बड़ी इकॉनमी बन गए हैं, साथ ही विकास के साथ विरासत को भी समेटा है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी अपराधियों को संरक्षण देती है, जबकि योगी आदित्यनाथ की सरकार में अपराधियों पर कठोर कार्रवाई की जाती है। उन्होंने दावा किया कि इस बार भी हम मोदी-योगी के नेतृत्व में अपना टारगेट पूरा करेंगे।
मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट बीजेपी, सपा व बसपा अपने-अपने चुनावी अभियान में जुटी हुई है। हमारे सर्वे में फ़िलहाल मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर बीजेपी की स्थिति मजबूत होती दिख रही है।

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