सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद भी जिला प्रशासन ने कड़ी मशक्कत के बाद हुआ खुब्बापुर के छात्र का एडमिशन
जनपद मुजफ्फरनगर में पिछले दिनों एक अध्यापिका के द्वारा होमवर्क ना करने पर सहपाठी छात्रों के द्वारा थप्पड़ मरवाने का मामला देश में सुर्खियों में आया था जिसके बाद पीड़ित छात्रा कि आगे की पढ़ाई का मामला अधर में लटक गया था मगर मामला सुप्रीम कोर्ट में जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए पीड़ित छात्रा का एडमिशन शहर के किसी अच्छे स्कूल में करने के आदेश दिए थे जिसमें सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद जिला प्रशासन की टीम पीड़ित छात्रा का एडमिशन मेरठ रोड स्थित शारदेंन स्कूल में कराने का प्रयास शुरू किया तो कई दिनों तक स्कूल प्रशासन बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों को जाते रहे मगर तमाम कागजात तैयार होने के बाद आज जिला प्रशासन को पीड़ित छात्रा का एडमिशन कराने में सफलता मिल गई । शुक्रवार को बीएसए शुभम शुक्ला ने स्कूल पहुंचकर नाराजगी जताई थी। इसके बाद लखनऊ से पहुंचे डिप्टी डायरेक्टर राजेंद्र सिंह और परियोजना विशेषज्ञ गुरुविंदर सिंह के हस्तक्षेप के बाद स्कूल प्रशासन बच्चे का दाखिला करने को राजी हुआ और उसके बाद पीड़ित छात्रा का दाखिला कराया गया। बच्चों के दाखिले के बाद लखनऊ से आए दोनों अधिकारियों ने बेसिक शिक्षा अधिकारी मुजफ्फरनगर शुभम शुक्ला को छात्र की ड्रैस और किताबें दिलाए जाने के निर्देश दिए। खंड शिक्षा अधिकारी शाहपुर संजय भारती ने पीड़ित छात्र और उसके पिता इरशाद को अपने साथ ले जाकर बाजार से छात्र की ड्रैस और किताबें दिलवाई। बीएसए शुभम शुक्ला का कहना है कि सोमवार से छात्र शारदेन स्कूल में जाकर पढ़ाई करेगा। हालांकि अभी तक भी छात्र के परिवहन के खर्च को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।