मुजफ्फरनगर में 2013 हुए सांप्रदायिक दंगों की दसवीं बरसी आज

मुजफ्फरनगर में 2013 हुए सांप्रदायिक दंगों की दसवीं बरसी आज

पूर्व विधायक उमेश मलिक ने बिजनोर लोकसभा क्षेत्र के गांव बसेड़ा में स्व: ब्रजपाल सिंह राणा, गांव रहमतपुर में स्व: अजय कुमार और कस्बा भोकरहेड़ी में स्व: सोहनवीर सिंह की बरसी पर पहुंचकर दी श्रद्धांजलि

उत्तर प्रदेश के जनपद मुजफ्फरनगर में 2013 में हुए सांप्रदायिक दंगों की आज 10वीं बरसी है । दंगों की 10वीं वर्षी पर बुढ़ाना से पूर्व भाजपा विधायक उमेश मलिक ने बिजनौर लोकसभा क्षेत्र के गांव बसेड़ा में स्व: ब्रजपाल सिंह राणा, गांव रहमतपुर में स्व: अजय कुमार और कस्बा भोकरहेड़ी में स्व: सोहनवीर सिंह की बरसी पर पहुंचकर दी श्रद्धांजलि इस दौरान पूर्व विधायक उमेश मलिक में मृतकों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें भविष्य में हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया गौरतलब है कि 27 अगस्त 2013 को थाना जानसठ कोतवाली क्षेत्र के गांव कवाल में छेड़छाड़ की घटना के विरोध के चलते सचिन गौरव के द्वारा शाहनवाज नाम के एक युवक की हत्या कर दी गई थी जिसके प्रतिशोध में भीड़ ने सचिन और गौरव को पीट-पीटकर मौके पर ही मौत के घाट उतार दिया था घटना के बाद सुरेंद्र सिंह और एसएसपी मंजिल सैनी के द्वारा मौके पर पहुंचकर 11 हत्यारोपिया को खून से सने कपड़ों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया था इसके बाद राजनीतिक घटनाक्रम के चलते पुलिस के द्वारा आरोपियों को छोड़ दिया गया इसी के विरोध में 7 सितंबर 2013 को नगला मंदोड़ में एक पंचायत आयोजित की गई थी इस पंचायत के बाद जब लोग पंचायत से अपने-अपने घर वापस लौट रहे तभी जनपद में अनेक स्थानों पर घात लगाए बैठे दंगाइयों के द्वारा पंचायत से वापस लौट रहे लोगों पर हमला बोल दिया था जिसमें थाना भोपा क्षेत्र के जोली गंग नहर पर कई लोगों की हत्या कर दी गई थी जिसमे बिजनौर लोकसभा क्षेत्र के गांव बसेड़ा निवासी स्व: ब्रजपाल सिंह राणा, गांव रहमतपुर निवासी स्व: अजय कुमार और कस्बा भोकरहेड़ी निवासी स्व: सोहनवीर सिंह भी शामिल थे । जिसमें आज यानी 7 सितंबर को उक्त तीनों मृतकों की बरसी पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने पहुंचे बुढाना से भाजपा के पूर्व विधायक उमेश मलिक ने दंगे में मारे गए तीनों लोगों को श्रद्धांजलि दी जहां उमेश मलिक तीनों मृतकों की बरसी पर हवन में भी शामिल हुए। मुजफ्फरनगर में 2013 में हुए सांप्रदायिक दंगों को लेकर पूर्व विधायक उमेश मलिक ने बताया कि 7 सितंबर की पंचायत से पहले ही तत्कालीन समाजवादी पार्टी की सरकार ने उन्हें जेल भेज दिया था सचिन गौरव की हत्या के बाद पंचायत से वापस लौट रहे लोगों की हत्या की गई जिसके प्रतिरोध में मुजफ्फरनगर में दंगा फैल गया था उन्होंने कहा कि वह 2013 का समय था और आज 2023 का समय है मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश और पूरे देश में चैन ओ अमन कायम है। उसे समय जो चारों अपराधी घटनाएं होती थी जिसे हाहाकार मचा रहता था वह अब नहीं होती चारों ओर विकास के रास्ते खुल गए हैं उसे समय हिंदू युवाओं पर पुलिस प्रशासन के द्वारा अत्याचार करते हैं उनके खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज कराए गए थे भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनते ही उन सब लोगों की मदद की गई
बताना चाहेंगे कि पूर्व विधायक उमेश मलिक 2022 का विधानसभा चुनाव हारने के बाद बिजनौर लोकसभा से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं जिसके चलते हुए लगातार बिजनौर लोकसभा क्षेत्र की मीरापुर पुरकाजी बिजनौर चांदपुर और हस्तिनापुर विधानसभा सीटों में लगातार भ्रमण कर रहे हैं और बिजनौर लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी की जीत के लिए जमीन तैयार कर रहे हैं पूर्व विधायक उमेश मलिक का कहना है कि अब तक वह बिजनौर लोकसभा सीट के लगभग सवा सौ गांव में घूम चुके हैं और अगले दो महीने में लगभग डेढ़ सौ ग्राम में भी केंद्र और प्रदेश उपलब्धियां से जन-जन को जागरूक करने का काम करेंगे

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