पहचान छुपाकर हिंदू देवी देवताओं के नाम से होटल ढाबों का संचालन कर रहे होटल स्वामियों पर कार्यवाही

पहचान छुपाकर हिंदू देवी देवताओं के नाम से होटल ढाबों का संचालन कर रहे होटल स्वामियों पर कार्यवाही 

उत्तर प्रदेश के जनपद मुजफ्फरनगर में जिला प्रशासन ने दिल्ली देहरादून राष्ट्रीय राजमार्ग पर ऐसे 50 से ज्यादा होटल रेस्टोरेंट और ढाबों को बंद कर दिया है जिन ढाबों पोलहोटल स्वामियों द्वारा नाम बदलकर एवं हिंदू देवी देवताओं के नाम से चलाया जा रहा था। योग साधना आश्रम बघरा के संस्थापक स्वामी यशवीर महाराज के द्वारा इसे गंभीर मानते हुए यह मुद्दा उठाया था और जिला प्रशासन को इस मामले की शिकायत की थी स्वामी श्री महाराज की शिकायत करने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और प्रशासन ने कस्बा खतौली से लेकर उत्तराखंड बॉर्डर के पुरकाजी कस्बे तक उन सभी होटल रेस्टोरेंट्स और धाबो को बंद करा दिया है जिनके स्वामी गैर समुदाय से थे और वो लोग हिंदू देवी देवताओं के नाम से यह शुद्ध वैष्णो भोजनालय लिखकर होटल रेस्टोरेंट और ढाबों का संचालन कर रहे थे
दरअसल कुछ दिन पहले योग धर्म गुरु और योग साधना आश्रम के संस्थापक स्वामी यशवीर महाराज द्वारा मुजफ्फरनगर जिला प्रशासन को एक शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया था कि मुजफ्फरनगर के दिल्ली देहरादून राष्ट्रीय राजमार्ग के अलावा जनपद के कई अन्य राजमार्गों पर मुस्लिम समाज से आने वाले लोगों ने हिंदू धर्म को भ्रमित कर होटल, रेस्टोरेंट्स और ढाबों का नाम हिंदू देवी देवताओं के नाम के साथ-साथ कुछ ऐसे नामों से संचालित कर रहे थे जिससे दिल्ली से देहरादून और हरिद्वार जाने वाले हिंदू समाज के लोगों को भ्रमित कर उनका धर्म भ्रष्ट करने की कोशिश की जा रही थी। स्वामी यशवीर महाराज ने जिला प्रशासन को शिकायती पत्र में कहा था कि ऐसे होटल और रेस्टोरेंट के साथ-साथ नेशनल हाईवे पर जितनी भी इस प्रकार की दुकान हो उसे जिला प्रशासन बंद करा दे अन्यथा 1 जुलाई से स्वामी यशवीर महाराज सैकड़ों हिंदूवादी नेताओं के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग 58 पर इन सभी होटल और ढाबों को बंद करने का अभियान शुरू कर देंगे। स्वामी जसवीर महाराज की चेतावनी के बाद 1 जुलाई को जिला प्रशासन ने योग साधना यशवीर आश्रम पहुंचकर स्वामी यशवीर महाराज को भरोसा देते हुए कहा कि आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं है हम इस मामले की जांच कर रहे हो और जल्द ही ऐसे होटल संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। 4 जुलाई से कावड़ यात्रा शुरू होने के बाद 6 जुलाई को जिला प्रशासन ने मुजफ्फरनगर जनपद के सभी कावड़ मार्ग और राष्ट्रीय राजमार्ग 58 पर पढ़ने वाले 50 से ज्यादा ऐसे सभी होटल और रेस्टोरेंट को 1 माह के लिए बंद कर दिया है जिन्होंने अपनी पहचान छुपा कर हिंदू देवी देवताओं के नाम से होटल रेस्टोरेंट और ढाबों का संचालन कर रहे थे। मुजफ्फरनगर जिला मजिस्ट्रेट विकास कश्यप जानकारी देते हुए बताया है कि यह मामला 1 माह पूर्व संज्ञान में आया था जिसके बाद सभी होटल और ढाबा संचालकों के साथ जिला प्रशासन द्वारा एक मीटिंग की गई और उन्हें मीटिंग में सख्त हिदायत देते हुए कहा गया कि ऐसा कुछ नहीं चलेगा की आपका नाम कुछ और है और होटल ढाबों पर आप डिस्प्ले कुछ और करेंगे। इसलिए ऐसे सभी होटल रेस्टोरेंट और ढाबों को 1 जुलाई से 17 जुलाई तक पूर्ण रूप से बंद करने का निर्णय लिया गया है। गैर समुदाय द्वारा पहचान छुपाकर हिंदू देवी देवताओं के नाम से वैष्णो भोजनालय चलाने के पीछे क्या खास वजह रही है इस बारे में जिला प्रशासन अभी कुछ भी बताने से कतरा रहा है लेकिन मुजफ्फरनगर के बघरा स्थित योग साधना यशवीर आश्रम के संस्थापक स्वामी यशवीर महाराज ने जो आरोप इन होटल संचालकों पर लगाए हैं वह बेहद गंभीर और संवेदनशील है। स्वामी यशवी महाराज ने बताया है कि मुजफ्फरनगर में दिल्ली देहरादून राष्ट्रीय राजमार्ग के अलावा पानीपत खटीमा राजमार्ग, मुजफ्फरनगर शामली मार्ग पर हिंदू धर्म को अपमानित और भ्रमित करने की मंशा से मुस्लिम समाज के लोगों ने ना सिर्फ हिंदू देवी देवताओं के नाम पर होटल और ढाबों का संचालन किया है बल्कि दूरदराज से आने वाले हिंदू समाज के लोगों का धर्म भ्रष्ट करने की एक बड़ी साजिश यहां पर की जा रही थी। यह लोग अपने होटल रेस्टोरेंट और धाबो का नाम इस प्रकार रखते थे जैसे ओम शिव शुद्ध वैष्णो ढाबा, पंजाबी शुद्ध भोजनालय, महाराजा शुद्ध वैष्णव भोजनालय एवं रेस्टोरेंट, गणपति शुद्ध वैष्णो भोजनालय झिलमिल होटल आदि ऐसे नाम रख कर यह जिहादी लोग हिंदू धर्म के लोगों को भ्रमित कर उनका धर्म भ्रष्ट करने का कार्य कर रहे थे। हमने इन सभी होटल और रेस्टोरेंट ढाबा की जांच की है जांच में हमने पाया कि होटल मालिक का नाम वसीम और होटल का नाम पंजाबी शुद्ध भोजनालय तो कहीं पर होटल मालिक का नाम सादिक अली और होटल का नाम महाराजा शुद्ध भोजनालय। हमने ऐसे जिहादी लोगों के होटलों की एक लिस्ट तैयार की और फिर जिला प्रशासन से इन्हें बंद कराने की मांग की। स्वामी यशवीर महाराज ने बताया कि जब आप किसी होटल और रेस्टोरेंट पर जाते हो तो उसका पेटीएम, गूगल प्ले के बारकोड पर स्कैन करने पर होटल स्वामी का नाम सामने आ जाता है इसी प्रकार इस पूरी साजिश की सच्चाई सामने आई। मुजफ्फरनगर के अलावा दिल्ली गाजियाबाद मेरठ सहारनपुर हरिद्वार और देहरादून में भी इसी प्रकार यह मुस्लिम समाज के लोग हिंदू धर्म को भ्रष्ट करने के लिए एक षड्यंत्र रच रहे हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग पर कुछ ऐसे होटल भी हैं जिनके स्वामी हिंदू समाज से आते हैं ऐसे ही लोगों से जब हमने बात की तो सुखदेव होटल के मालिक पुष्पराज और नटखट होटल के स्वामी अंकित कुमार ने बताया कि मुजफ्फरनगर बाईपास पर अधिकतर मुस्लिम समाज के लोगों की जमीन है और उन्होंने एनएच 58 पर अपनी पहचान छुपा कर होटल रेस्टोरेंट्स ढाबों का संचालन कर रहे हैं। 6 जुलाई को जिला प्रशासन ने इन सभी होटल स्वामियों के साथ एक मीटिंग कर हिदायत दी थी कि 6 जुलाई से 17 जुलाई तक ऐसे सभी होटल रेस्टोरेंट और ढाबों को बंद कर दिया जाए जिन्होंने अपनी पहचान छुपाकर दूसरे नाम का डिस्प्ले किया है। जिला प्रशासन ने एक कार्ड लाइन जारी करते हुए कहा है कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर जितने भी होटल रेस्टोरेंट और ढाबे हैं उनके मालिक होटल के बाहर बैनर या पोस्टर पर होटल का नाम उसके बाद होटल स्वामी का नाम होटल स्वामी का फोन नंबर जीएसटी नंबर लिखकर ही डिस्प्ले करें। बता दें कि स्वामी यशवीर महाराज उस समय चर्चाओं में आए थे जब उन्होंने इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म में घर वापसी कराने की मुहिम चलाते हुए लगभग 400 से ज्यादा ऐसे परिवार के सदस्यों को घर वापसी कराई थी जिन्होंने कई वर्षों पहले हिंदू धर्म छोड़कर इस्लाम धर्म कबूल कर लिया था। स्वामी यशवीर महाराज ने अभी कुछ महीने पहले एक विशेष अभियान चलाते हुए दिल्ली में सरकारी विभाग में पहचान छुपाकर नौकरी कर रहे मुस्लिम लोगों के खिलाफ आवाज उठाई थी। एक बार फिर स्वामी यशवीर महाराज ने जिहादियों की एक बड़ी साजिश को नाकामयाब करते हुए दिल्ली देहरादून राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहचान छुपाकर हिंदू देवी देवताओं के नाम से होटल रेस्टोरेंट और ढाबे चलाने वाले मुस्लिम लोगों के खिलाफ इस अभियान की शुरुआत की है।

 

 

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