मुजफ्फरनगर में आयोजित तृतीय राष्ट्रीय लोक अदालत में किया गया 3 लाख 27 हजार 981 मामलों का निस्तारण
जनपद न्यायालय मुजप्फरनगर में रविवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। लोक अदालत का शुभारंभ जनपद न्यायाधीश व अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मुजफ्फरनगर भवन प्रकाश द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। जनपद न्यायाधीश द्वारा अपने सम्बोधन में राष्ट्रीय लोक अदालत की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए यह कहा गया कि लोक अदालत का मुख्य उद्देश्य वादकारियों को सरल, सुलभ एवं स्वरित न्याय प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि वादकारी आपसी समझौते के आधार पर बाद का निस्तारण करते है तो उनके मध्य आपसी सौहार्द बना रहता है एवं उनके अमूल्य समय को बचत भी होती है।
लोक अदालत के नोडल अधिकारी अपर जिला जज शक्ति सिंह द्वारा अपने सम्बोधन में यह कहा गया कि न्याय सबके लिए” की परिकल्पना को चरितार्थ करने हेतु राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। उनके द्वारा यह कहा गया कि लोक अदालत विवादों को समझौते के आधार पर निपटाने का एक महत्त्वपूर्ण मंच है तथा त्वरित न्याय प्राप्त करने का एक अत्यन्त महत्वपूर्ण साधन है। उनके द्वारा यह भी बताया गया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में मुजफ्फरनगर के लोगों से संवाद कायम किया गया एवं उन्हें लोक अदालत के माध्यम से होने वाले लाभों के सम्बन्ध में जागरुक किया गया। इस अवसर पर जनपद मुजफ्फरनगर में लोक अदालत में हुये कार्यों को दर्शाने वाली एक डॉक्यूमेंटरी जो नोडल अधिकारी शक्ति सिंह द्वारा तैयार की गयी थी, वह भी प्रदर्शित की गयी।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मुजफरनगर के सचिव अनिल कुमार द्वारा यह बताया गया है कि इस राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 03 लाख 27 हजार 981 मामलों का निस्तारण किया गया।
पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण, मलखान सिंह द्वारा कुल 70 मामलों का निस्तारण कर 04 करोड़ 18 लाख की धनराशि प्रतिकर के रूप में दिलायी गयी।
प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय मुजफ्फरनगर सत्यानन्द उपाध्याय की अध्यक्षता में सभी पारिवारिक न्यायालयों द्वारा 110 प्रकरण निस्तारित किये गये। परिवार न्यायालय से 05 जोड़ों को एक साथ रहने हेतु विदा किया गया।
जिला अधिकारी मुजफ्फरनगर अरविन्द मलप्पा बंगारी के नेतृत्व में राजस्व
अधिकारियों द्वारा 19353 प्रकरणों का निस्तारण किया गया।
इस राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न बैंकों के द्वारा 1030 बैंक ऋण मामले निस्तारण कराकर लगभग 15 करोड़ 19 लाख 53 हजार रूपये की धनराशि का सेटलमेंट किया गया।
आज की लोक अदालत में कई सामाजिक कार्य भी सम्पादित किये गये तथा पेंशन हेतु एक विशेष कैम्प लगाया गया, जिसमें मौके पर ही वृद्धा विधवा एवं दिव्यांगजन पेंशन बनवाये जाने की सुविधा प्रदान की गयी। इसके अतिरिक्त आने वाले सगरत वादकारियों के स्वास्थ्य परीक्षण को व्यवस्था हेतु एक चिकित्सीय कैम्प भी लगाया गया। लोक अदालत के अवसर पर जनपद न्यायाधीश द्वारा तीन वाटर कूलर का भी उद्घाटन किया गया।
इस अवसर पर अपर जनपद न्यायाधीश जय सिंह पुण्डीर रजनीश कुमार श्री गोपाल उपाध्याय, बाबूराम, कमलापति अपर जनपद न्यायाधीश एवं नोडल अधिकारी लोक अदालत शक्ति सिंह, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अनिल कुमार, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मनोज कुमार भारतीय स्टेट बैंक के आरएन राजेन्द्र ढोगरा एवं दिगविजय शर्मा डिस्ट्रिक्ट बार के अध्यक्ष जनित जिन्दल एवं महासचिव जितेन्द्र तोमर, सिवित बार के अध्यक्ष अनिल दीक्षित एवं महासचिव ब्रिजेन्द्र कुमार सहित समस्त न्यायिक अधिकारी, समस्त बैंको के अधिकारी एवं बड़ी संख्या में वादकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय लोक अदालत के नोडल अधिकारी शक्ति सिंह द्वारा किया गया तथा पुलिस, प्रशासन एवं सभी अधिकारियों का उनके लोक अदालत में योगदान हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया गया।