बीजेपी के पूर्व विधायक उमेश मलिक ने नगर पंचायत सिसौली को लेकर विपक्ष को किया चैलेंज
उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव के मद्देनजर तमाम राजनीतिक दल निकाय चुनाव जीतने को लेकर तमाम तरह के हथकंडे अपना रहे हैं जनपद मुजफ्फरनगर में प्रथम चरण यानी 4 अप्रैल को मतदान होना है जिसमें सभी राजनीतिक दलों के प्रत्याशी मैदान में उतर चुके हैं । नगर पालिका परिषद और नगर पंचायत में जीत को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपने-अपने दावे पेश करने शुरू कर दिए हैं सबसे दिलचस्प बात नगर पंचायत सिसौली की है जो भारतीय किसान यूनियन की राजधानी के नाम से विख्यात है और भारतीय किसान यूनियन के संस्थापक चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत की जन्म और कर्म स्थली है नगर पंचायत सिसौली पर भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक उमेश मलिक ने दावा किया है कि भारतीय जनता पार्टी ने लंबे समय के बाद नगर पंचायत सिसौली में अपना प्रत्याशी उतारा है। और वह इस नगर पंचायत में जीत कर दिखाएंगे उन्होंने कहा कि वह हर वर्ग के लोगों के बीच रहकर वोट मांगेंगे और लगभग 10 दिन तक सिसौली में डेरा डालकर वहीं के मतदाताओं के बीच में रहेंगे गौरतलब है कि नगर पंचायत सिसौली बुलढाणा विधानसभा क्षेत्र का गांव है जहां से उमेश मलिक भारतीय जनता पार्टी से विधायक रहे हैं इस बार वह बड़े अंतर से राष्ट्रीय लोक दल गठबंधन के प्रत्याशी राजपाल बालियान से चुनाव हारे हैं अब पूर्व विधायक उमेश मलिक ने अपनी प्रतिष्ठा नगर पंचायत सिसौली पर लगाई है उनका कहना है कि नगर पंचायत सिसौली का चेयरमैन पद उनकी प्रतिष्ठा का सवाल है और वह इसे जीतकर इतिहास दोहराने का काम करेंगे नगर पंचायत सिसौली में भाजपा के ही दो अन्य कार्यकर्ताओं ने निर्दलीय के रूप में नामांकन किया है इसको लेकर भी पूर्व विधायक उमेश मलिक ने कहा कि वह जल्द ही पार्टी के बड़े पदाधिकारियों के साथ बैठकर इस मसले को भी निपटा लेंगे