पैंक्रियाज कैंसर से पीड़ित 49 वर्षीय मरीज का सफल इलाज, मैक्स पटपड़गंज में की गई सर्जरी

पैंक्रियाज कैंसर से पीड़ित 49 वर्षीय मरीज का सफल इलाज, मैक्स पटपड़गंज में की गई सर्जरी

मरीज ने खुद मीडिया के समक्ष सुनाई अपनी पूरी कहानी

मुजफ्फरनगर: पैंक्रियाज कैंसर से जूझ रहे एक मरीज को नई दिल्ली के पटपड़गंज स्थित मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में नया जीवन मिला है. डॉक्टरों की कोशिश से मुजफ्फरनगर के इस 49 वर्षीय मरीज को पैंक्रियाज के कैंसर से राहत मिली है

मुजफ्फरनगर के 49 वर्षीय मरीज अशोक कुमार को हाइपरटेंशन और डायबिटीज की समस्या भी थी. इसके साथ ही इनके अंदर पेरियाम्पुलरी कैंसर डायग्नोज हुआ. मरीज को अन्य बीमारियां भी थीं. डायबिटिक नेफ्रोपैथी, हाई लेवल सीरम क्रिएटिनिन, यूरिया और एल्बुमिन की भी शिकायत की थी. लिहाजा, ऐसी स्थिति में इनका इलाज काफी चुनौतीपूर्ण था।

मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल पटपड़गंज में जीआई एंड एचपीबी सर्जिकल ऑन्कोलॉजी के डायरेक्टर डॉक्टर विवेक मंगला के नेतृत्व में टीम ने इस केस पर चर्चा की. मैक्स अस्पताल पटपड़गंज में ही किडनी ट्रांसप्लांट और नेफ्रोलॉजी के सीनियर डायरेक्टर डॉक्टर दिलीप भल्ला व एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉक्टर प्रियंवदा त्यागी इस पूरे केस पर मंथन में शामिल रहे।

मैक्स पटपड़गंज में सर्जिकल ऑन्कोलॉजी के सर्जिकल डायरेक्टर डॉक्टर विवेक मंगला ने केस में बारे जानकारी देते हुए बताया, ‘’मरीज की गहन जांच पड़ताल की गई और उनकी सर्जरी (पैंक्रियाटिकोडुओडेनेक्टॉमी) की गई. इस प्रक्रिया में प्रभावित अंग (पैनिक्रिएट हेड, ड्यूडेनम, गॉल ब्लेडर, बाइल डक्ट) को सर्जरी के जरिए हटा दिया जाता है और सर्जरी के बाद फिर से रि-अटैच कर दिया जाता है ताकि पाचन क्रिया दुरुस्त रहे. इस ऑपरेशन से पूरे पेट का संरक्षण होता है, जिससे मरीज को लंबे समय तक के लिए फायदा मिलता है. ब्लड में एल्बुमिन का लेवल कम होने के कारण उसके पेट में तरल पदार्थ के ज्यादा संचय के कारण, उसे ऑपरेशन के बाद हर रोज एल्बुमिन सप्लीमेंट और मूत्रवर्धक की आवश्यकता थी. मरीज अच्छी तरह से ठीक हो गया और ऑपरेशन के 11वें दिन उसे छुट्टी दे दी गई।  तब से ही उनकी हालत अच्छी है और बिना किसी दूसरे पर निर्भर हुए वो अपने रोज के काम आसानी से कर रहा है।

डॉक्टर विवेक मंगला ने आगे कहा, डायबिटीज बहुत सारे रोगों का कारण है और खासकर किडनी से जुड़ी बीमारियां इसमें ज्यादा होती हैं।  मरीज अशोक भी डायबिटीज से ग्रसित थे, साथ ही हाइपरटेंशन भी था. इस स्थिति में उन्हें पैंक्रियाज का कैंसर हुआ, जिसमें जीवन बचाने के लिए सर्जरी की आवश्यकता था. इस चुनौतीपूर्ण स्थिति से पार पाते हुए मैक्स अस्पताल पटपड़गंज की टीम ने भरसक प्रयासों से इस सर्जरी को अंजाम दिया और मरीज को नया जीवन देने में अपना योगदान किया. हम बहुत खुश हैं कि मरीज ने सर्जरी के बाद से बहुत अच्छी रिकवरी की है

पैंक्रियाटिकोडुओडेनेक्टॉमी (पीपीपीडी) जिसे कभी बहुत मुश्किल सर्जरी माना जाता था, अब नियमित रूप से मैक्स अस्पताल पटपड़गंज में बेहतर रिजल्ट के साथ की जा रही है. एनेस्थीसिया, सर्जरी, एंडोक्रिनोलॉजी और नेफ्रोलॉजी टीमों ने मिलकर इस सर्जरी को अच्छे तरीके से परफॉर्म किया जिसके बेहतर रिजल्ट आए।

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